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Benefits of jaggery |
गुड खाने के लाभ
खाना खा ने के बाद अक्सर थोड़ा मीठा खाने का हमेशा मन करता है अगर दूध से बनी मिठाई एवं चीनी का त्याग करना है तो गुड उत्तम विकल है क्योंकि गुड में प्राकृतिक गन्ने की मिठास होती है साथ ही गुड पोषक तत्वों से भरपूर होता है।
खाने से पेट में गैस की तकलीफ नहीं होती क्योंकि गुड़ खाने से पेट में भोजन का पाचन सुचारू रूप से होता है। इसलिए पेट में गैस बनने के गैस बनने की संभावना कम हो जाती है।
गुड रक्त को साफ करता है एवं शरीर की मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देता है जिससे शरीर में संक्रामक रोग नहीं होते तथा वजन बढ़ने के बढ़ने की संभावनाएं कम हो जाती है।गुड़ आयरन का मुख्य स्रोत है।इसलिए यह एनीमिया के मरीज़ों के लिए बहुत फायदेमंद है।खासतौर पर महिलाओं के लिए इसका सेवन बहुत अधिक जरूरी है।
गुड़ का सेवन रक्त से टॉक्सिन को दूर करता है जिससे पचा चा त्वचा स्वस्थ रहती है एवं कील मुहांसों की समस्या से छुटकारा मिलता है। चमकती दमकती त्वचा के लिए हमेशा गुड़ का इस्तेमाल करें।
गुड़ की तासीर गर्म है,इसलिए इसका सेवन जुकाम और कफ से आराम दिलाता है।जुकाम के दौरान अगर आपकच्चा गुड़ नहीं खाना चाहते हैंतो चाय या लड्डू में भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
एनर्जी के लिए -बुहत ज़्यादा थकान और कमजोरी महसूस करने पर गुड़ कासेवन करने से आपका एनर्जी लेवल बढ़ जाता है।गुड़ जल्दी पच जाता है, इससे शुगर का स्तर भी नहीं बढ़ता,दिनभर काम करने के बाद जब भी आपको थकान हो,तुरंत गुड़ खाएं।
गुड़ शरीर के टेंपरेचर को नियंत्रित रखता है। इसमें एंटी एलर्जिक तत्व हैं, इसलिए दमा के मरीज़ों के लिए इसका सेवन काफी फायदेमंद होता है। रोज़ गुड़ के एक टुकड़े के
साथ अदरक का सेवन करें,इससे जोड़ों के दर्द की दिक्कत नहीं होगी।
गुड़ के साथ पके चावल खाने से बैठा हुआ गला व आवाज खुल जाती है। गुड़ और काले तिल के लड्डू खानेसे सर्दी में अस्थमा की परेशानी नहीं होती है।
जुकाम जम गया हो, तो गुड़ पिघलाकर उसकी पपड़ी बनाकर खिलाएं। गुड़ और घी मिलाकर खाने से कान का दर्द ठीक हो जाता है।
भोजन के बाद गुड़ खा लेने से पेट में गैस नहीं बनती। पांच ग्राम सौंठ दस ग्राम गुड़ के साथ लेने से पीलिया रोग में लाभ होता है।
गुड़ का हलवा खाने से स्मरण शक्ति बढती है। पांच ग्राम गुड़ को इतने ही सरसों के तेल में मिलाकर खानेसे श्वास रोग से छुटकारा मिलता है।
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